Virat Kohli : संघर्ष, सफलता और सादगी की मिसाल: विराट कोहली सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि जुनून, अनुशासन और जज़्बे का पर्याय है। 22 करोड़ से ज्यादा इंस्टाग्राम फॉलोअर्स वाला यह स्टार दुनिया के टॉप-5 सबसे प्रभावशाली एथलीट्स में शामिल है। लेकिन यह मुकाम पाने के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया, वह हर युवा के लिए प्रेरणा है।
Virat Kohli भारत क्रिकेट का वह सितारा हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से न सिर्फ भारतीय क्रिकेट बल्कि पूरे विश्व क्रिकेट में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है। अपने बेहतरीन प्रदर्शन, नेतृत्व क्षमता और विनम्र स्वभाव के कारण विराट आज लाखों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत बन चुके हैं। 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में जन्मे विराट कोहली का क्रिकेट से जुड़ाव बचपन से ही था। उनके पिता प्रेम कोहली एक आपराधिक वकील थे और उनकी माता सरोज कोहली एक गृहिणी। छोटी उम्र में ही विराट ने क्रिकेट की ओर रुझान दिखाया और नौ साल की उम्र में वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी में शामिल हो गए।

- जन्म: 5 नवंबर 1988, दिल्ली।
- परिवार: पिता प्रेम कोहली (क्रिमिनल लॉयर), माँ सरोज कोहली (हाउसवाइफ)।
- संघर्ष: 2006 में पिता की मृत्यु के बाद विराट ने अगले ही दिन दिल्ली vs कर्नाटक मैच खेला और 90 रन बनाए। उन्होंने कहा, “पापा चाहते थे कि मैं क्रिकेट न छोड़ूँ।”
विराट का जीवन आसान नहीं था। जब वह सिर्फ 18 साल के थे, तब उनके पिता का आकस्मिक निधन हो गया। इस कठिन परिस्थिति में भी उन्होंने हार नहीं मानी और क्रिकेट पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित रखा। यही समर्पण और संघर्ष उन्हें सफलता की ओर ले गया। दिल्ली में 5 नवंबर 1988 को जन्मे विराट ने छोटी उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था। शुरूवात के दिनों में उनके परिवार ने आर्थिक भावनात्मक कठिनाइयों का सामना किया। पिता के निधन के बाद भी विराट ने हिम्मत नहीं हारी और अपने खेल से ध्यान नहीं भटकने दिया।

क्रिकेट का सफर
विराट का क्रिकेट सफर जूनियर स्तर से शुरू हुआ और जल्द ही उनकी मेहनत ने उन्हें अंडर-19 टीम का कप्तान बना दिया। 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद उन्हें भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम में जगह मिली। Virat Kohli : संघर्ष ,अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
क्रिकेट की शुरुआत
- 9 साल की उम्र में वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी ज्वाइन की।
- कोच राजकुमार शर्मा ने प्रतिभा पहचानी और फीस माफ की।
करियर का सफर: जूनियर से किंग कोहली तक – अंडर-19 वर्ल्ड कप और पहचान
विराट कोहली का क्रिकेट सफर जूनियर स्तर से शुरू हुआ। उनकी मेहनत और कौशल ने उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम का कप्तान बना दिया। 2008 में, उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतकर दुनिया को अपनी उपस्थिति दिखाई।
- 2008 में भारत की अंडर-19 टीम को कप्तानी करते हुए वर्ल्ड कप जिताया।
- फाइनल में 43 रन बनाकर मैन ऑफ़ द मैच रहे।

आईपीएल में कोहली का दबदबा: रिकॉर्ड्स का खजाना
आरसीबी के साथ एक लव स्टोरी
- 2008 से लगातार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खेल रहे हैं।
- आईपीएल रिकॉर्ड्स:
- सबसे ज्यादा रन: 7,263 रन (229 मैच, 2023 तक)।
- सबसे ज्यादा शतक: 7 शतक (आईपीएल इतिहास में पहले स्थान)।
- 2016 का ऐतिहासिक सीजन: 973 रन (16 मैच), 4 शतक, 7 अर्धशतक।
- हाईएस्ट स्कोर: 113 रन (61 गेंद) vs किंग्स XI पंजाब (2016)।
यादगार पार्टनरशिप
- विराट + एबी डी विलियर्स: 10 विकेट के लिए 229 रन (2016, vs गुजरात लायंस)।
- विराट + गेल: 204 रन (2012, vs किंग्स XI पंजाब)।
सीनियर टीम में एंट्री
अंडर-19 वर्ल्ड कप की सफलता के बाद, विराट कोहली को भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम में जगह मिली। उनका ओडीआई डेब्यू 2008 में हुआ और टेस्ट डेब्यू 2011 में। उनके शुरुआती दिन चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन उन्होंने अपने दृढ़ संकल्प के साथ अपना स्थान बनाया।
- 18 अगस्त 2008 को वनडे डेब्यू (श्रीलंका vs भारत)।
- 2011 विश्व कप में युवराज सिंह के साथ ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपना पहला वनडे शतक (100* रन)।

विराट कोहली के कुछ ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स
- सबसे तेज 8,000, 9,000, 10,000, 11,000, 12,000 और 13,000 वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाज़।
- टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक (7)।
- ICC प्लेयर ऑफ द डिकेड (2011-2020)।
- 2018 में 11 अंतरराष्ट्रीय शतक (एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा)।
टेस्ट, वनडे और टी20 में उनकी बल्लेबाजी का जलवा भारत मैं ही नहीं बल्कि विदेश मैं भी फैला हैं।

फिटनेस का राज
विराट कोहली की फिटनेस और अनुशासन ही उनकी सफलता का राज है। मैदान पर आक्रामकता दिखाने वाले विराट निजी जीवन में सादगी और विनम्रता का प्रतीक हैं। उनकी शादी बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से हुई, जो उनके जीवन में संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।
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सादगी और समाज सेवा: इंसानियत की मिसाल
- परोपकार:
- विराट कोहली फाउंडेशन के ज़रिए गरीब बच्चों की शिक्षा और खेल को सपोर्ट।
- COVID-19 महामारी में 3 करोड़ रुपये दान।
- पर्सनल लाइफ:
- 2017 में बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा से शादी।
- बेटी वामिका के जन्म के बाद पिता बने, लेकिन फिटनेस से कभी समझौता नहीं किया।
निष्कर्ष: प्रेरणा का स्रोत
विराट कोहली न केवल एक बेहतरीन क्रिकेटर हैं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी हैं। उन्होंने सिखाया कि संघर्ष से घबराने की बजाय उसे सफलता में बदलने का जज्बा होना चाहिए। विराट कोहली न केवल क्रिकेट के, बल्कि जीवन के भी ‘विराट’ खिलाड़ी हैं। उनका व्यक्तित्व और जीवन दर्शन हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। ‘किंग’ कोहली से सीखें जीवन के 3 सबक:
- सादगी को कभी मत भूलो: बड़े ब्रांड्स के बावजूद सिंपल लाइफस्टाइल और परिवार को प्राथमिकता।
- संघर्ष में डटे रहो: पिता की मौत के बाद भी मैदान पर उतरना सिखाता है कि जिम्मेदारियों से भागो नहीं।
- अनुशासन है सफलता की कुंजी: कोहली की फिटनेस रूटीन (2 AM तक जागकर प्रैक्टिस) युवाओं के लिए मिसाल।
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