भारत के 10 सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी: जिन्होंने खेल की दिशा ही बदल दी
नमस्कर दोस्तों ,जैसा की आप सभी जानते हैं|Top 10 Kabaddi Players in India || इतिहास के सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी (2025) कबड्डी भारत की आत्मा से जुड़ा एक खेल है, जो मिट्टी से लेकर मंच तक खिलाड़ियों की मेहनत, जज्बे और जुनून की कहानी कहता है। इस खेल ने कई ऐसे सितारे दिए हैं, जिन्होंने न केवल प्रो कबड्डी लीग (PKL) में कमाल दिखाया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का मान बढ़ाया। आइए जानते हैं ऐसे ही 10 महान खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने कबड्डी को नई पहचान दी।
टॉप 10 कबड्डी खिलाड़ी , सरल टेबल (3 कॉलम)
रैंक | खिलाड़ी का नाम | मुख्य उपलब्धि |
---|---|---|
1 | प्रदीप नरवाल | PKL के सबसे ज्यादा पॉइंट्स और 3 बार चैंपियन |
2 | अनूप कुमार | भारत को 2 एशियन गेम्स गोल्ड दिलाए |
3 | राहुल चौधरी | 1000+ रेड पॉइंट्स, PKL के सबसे प्रसिद्ध रेडर्स में से एक |
4 | दीपक निवास हुड्डा | ऑलराउंडर, टीम इंडिया के पूर्व कप्तान |
5 | नवीन कुमार | PKL में लगातार 2 बार MVP, Dabang Delhi को चैंपियन बनाया |
6 | पवन सहरावत | एक मैच में 39 पॉइंट्स का रिकॉर्ड |
7 | मनींदर सिंह | बंगाल को पहली बार PKL चैंपियन बनाया |
8 | फज़ल अत्राचली | सबसे सफल विदेशी डिफेंडर, 400+ टैकल पॉइंट्स |
9 | संदीप नरवाल | टॉप ऑलराउंडर, सबसे ज्यादा सुपर टैकल्स |
10 | अजय ठाकुर | 2017 एशियन चैंपियनशिप गोल्ड जीतने वाले कप्तान |

10. अजय ठाकुर , अनुभव का दूसरा नाम
बेंगलुरु बुल्स से लेकर दबंग दिल्ली तक, अजय ठाकुर ने हर टीम में अपनी छाप छोड़ी है। 2017 एशियन कबड्डी चैंपियनशिप में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाने वाले इस खिलाड़ी ने अपने करियर में 800 से ज़्यादा पॉइंट्स हासिल किए हैं। उनकी शांत पर रणनीतिक रेडिंग शैली ने उन्हें ‘किंग ऑफ कबड्डी’ बना दिया।
यह भी जानें – Free Fire Se Paise Kaise Kamaye ?
9. संदीप नरवाल , डिफेंडर से ऑलराउंडर बनने की कहानी
संदीप ने अपने करियर की शुरुआत एक रक्षक के रूप में की थी, लेकिन बाद में उन्होंने ऑलराउंडर के रूप में पहचान बनाई। वे सुपर टैकल्स के रिकॉर्डधारी (29) हैं और पीकेएल के इतिहास के सबसे ताकतवर डिफेंडरों में गिने जाते हैं। आज वे यूपी योद्धा के लिए खेलते हैं और नए जोश के साथ वापसी करने की तैयारी में हैं।
8. फज़ल अत्राचली , ईरान का ‘सुल्तान
फज़ल अत्राचली PKL में खेलने वाले सबसे सफल विदेशी खिलाड़ी हैं। 400 से अधिक टैकल पॉइंट्स और दो बार ‘बेस्ट डिफेंडर’ बनने वाले फज़ल ने ईरान को 2018 एशियन गेम्स में भारत को हराकर स्वर्ण पदक जिताया। उनकी आक्रामक टैकलिंग और टीम नेतृत्व में उन्हें अद्वितीय बनाते हैं।
7. मनींदर सिंह , वापसी की मिसाल
अपने पहले ही सीजन में जयपुर पिंक पैंथर्स को खिताब दिलाने वाले मनींदर ने पीठ की गंभीर चोट के बाद तीन साल का लंबा ब्रेक लिया। लेकिन वापसी के बाद उन्होंने बंगाल वॉरियर्स को पहली बार चैंपियन बनाया और खुद को फिर से शीर्ष पर स्थापित किया। 1,100 से अधिक रेड पॉइंट्स उनके बेहतरीन प्रदर्शन का सबूत हैं।
6. पवन सहरावत , रिकॉर्ड्स के बादशाह
पवन सहरावत ने अपने तेज़ और आक्रामक खेल से कबड्डी की दुनिया को चौंकाया है। उन्होंने एक ही मैच में 39 पॉइंट्स बना कर पीकेएल का रिकॉर्ड तोड़ा। तमिल थलाइवाज ने उन्हें ₹2.26 करोड़ में खरीदा, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें पहले ही मैच में चोट लग गई। अब उनके वापसी की घड़ी का बेसब्री से इंतज़ार हो रहा है।
5. नवीन कुमार , नई पीढ़ी का चमकता सितारा
नवीन कुमार PKL में खेलने वाले पहले 21वीं सदी में जन्मे खिलाड़ी हैं। अपनी जबरदस्त गति और निरंतरता के चलते वे दो बार MVP रह चुके हैं। दबंग दिल्ली को खिताब जिताने में उनकी अहम भूमिका रही है। उनकी सरल लेकिन सटीक रेडिंग ने उन्हें भारत के बेहतरीन रेडर्स में शामिल कर दिया है।

4. दीपक निवास हुड्डा , संघर्ष से सफलता तक
बहुत छोटी उम्र में माता-पिता को खो देने वाले दीपक ने ज़िंदगी की कठिनाइयों को कबड्डी की ताकत से हराया। वे एक शानदार ऑलराउंडर हैं, जिनके नाम 1,100+ पॉइंट्स और 2,000 से अधिक रेड्स दर्ज हैं। 2019 में उन्हें भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया, जो उनकी मेहनत और नेतृत्व की पहचान है।
यह भी पढ़े-यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया में जड़ा पहला टेस्ट अर्धशतक, दिखाया बेमिसाल खेल
3. राहुल चौधरी , स्टाइल और स्किल का मेल
राहुल चौधरी को ‘शोमैन’ कहा जाता है – उनके खेल का स्टाइल और आत्मविश्वास दर्शकों को रोमांचित कर देता है। डिफेंडर से रेडर बने राहुल ने 1,000 से ज्यादा रेड पॉइंट्स बनाए हैं और हर सीजन में हिस्सा लिया है। अब वे जयपुर पिंक पैंथर्स के लिए खेलते हैं और अभी भी अपने अनुभव से टीम को दिशा दे रहे हैं।
2. अनूप कुमार , कप्तान, लीजेंड, प्रेरणा
अनूप कुमार उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने कबड्डी को घर-घर तक पहुंचाया। यू मुम्बा को खिताब दिलाने के साथ-साथ उन्होंने 2010 और 2014 एशियन गेम्स में भारत को स्वर्ण पदक भी जिताया। उनकी कमांडिंग लीडरशिप और शांत स्वभाव ने उन्हें कबड्डी का आदर्श कप्तान बनाया।
1. प्रदीप नरवाल , इतिहास रचने वाला ‘डबकी किंग’
प्रदीप नरवाल ने कबड्डी के रिकॉर्ड्स की किताब को फिर से लिखा है। सबसे ज्यादा पॉइंट्स, सबसे ज्यादा सुपर 10, और तीन बार की चैंपियनशिप – ये सब उनके नाम हैं। एक रेड में आठ पॉइंट्स स्कोर करने वाला उनका मोमेंट आज भी फैंस को रोमांचित कर देता है। वे ना सिर्फ यूपी योद्धा के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व हैं।
CONCLUSION: Top 10 Kabaddi Players in India || इतिहास के सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी (2025)
ये 10 खिलाड़ी सिर्फ खेल के सितारे नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। इन्होंने अपने खेल से साबित किया है कि मेहनत, समर्पण और जुनून के साथ कुछ भी संभव है। कबड्डी का भविष्य इनके कंधों पर खड़ा है, और आने वाली पीढ़ियों के लिए ये मिसाल हैं।