कबड्डी | भारत का मिट्टी से जुड़ा खेल
hello dosto आज मे आप सभी को बताए गए की कबड्डी सिर्फ एक खेल नहीं है, ये हमारे देश की मिट्टी की खुशबू है। गांव की गलियों से लेकर इंटरनेशनल स्टेडियम तक कबड्डी ने हर जगह अपने दम का झंडा गाड़ा है येऐसाखेलहैजिसमें ताकत चालाकी और सांसों पर काबू सब कुछ एक साथ दिखता है।कबड्डी गेम के नियम || पूरी जानकारी आसान भाषा में
पर जैसे हर खेल के कुछ नियम होते हैं, वैसे ही कबड्डी के भी सख्त और साफ़ नियम हैं जिनके बिना ये खेल नहीं चल सकता।
चलिए अब सीधे-सीधे बात करते हैं उन नियमों (Rules) की जो कबड्डी को कबड्डी बनाते हैं।

कबड्डी खेलने का तरीका
सबसे पहले समझ लेते हैं कि कबड्डी खेला कैसे जाता है।
दो टीमें होती हैं। हर टीम में 7 खिलाड़ी मैदान पर होते हैं और कुछ खिलाड़ी सब्स्टीट्यूट यानी बाहर बैठे होते हैं।
दोनों टीमें एक तय मैदान (court) पर होती हैं जिसे दो हिस्सों में बांटा गया होता है।
एक टीम का खिलाड़ी (जिसे रेडर कहते हैं) दूसरी टीम के हिस्से में जाता है और कबड्डी-कबड्डी बोलते हुए कोशिश करता है कि किसी खिलाड़ी को छूकर वापस अपनी टीम के हिस्से में आ जाए।
अगर वो किसी को छूकर वापस आ गया तो उसे पॉइंट मिलता है।
अगर उसे पकड़ लिया गया और वो वापस नहीं आ पाया तो सामने वाली टीम को पॉइंट मिल जाता है।
कबड्डी के अहम नियम (Main Rules of Kabaddi)
नीचे एक-एक करके आसान भाषा में सारे जरूरी नियम समझाता हूँ |
1. टीम और खिलाड़ी
हर टीम में कुल 12 खिलाड़ी होते हैं, लेकिन मैदान पर 7 ही खेलते हैं।
बाकी खिलाड़ी जरूरत पड़ने पर बदले जा सकते हैं।
2. रेड (Raid) के नियम
रेडर को कबड्डी-कबड्डी बोलते हुए सामने वाली टीम की तरफ जाना होता है।
रेडर को 30 सेकंड के अंदर रेड पूरी करनी होती है।
अगर रेडर सांस लिए बिना वापस अपनी टीम में आ जाए और किसी को छू ले, तो पॉइंट मिलता है।
अगर रेडर को पकड़ लिया गया तो आउट हो जाता है।
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3. डिफेंस के नियम
सामने वाली टीम को रेडर को रोकना होता है लेकिन बिना गलत तरीकों के।
रेडर को रोकने के लिए उसके कपड़े खींचना, चोट पहुंचाना या गले में पकड़ना मना है।
4. स्कोरिंग के नियम
एक खिलाड़ी को छूने पर 1 पॉइंट।
रेडर आउट हो जाए तो डिफेंडिंग टीम को 1 पॉइंट।
अगर पूरी टीम आउट हो जाए तो All-Out होता है और 2 एक्स्ट्रा पॉइंट मिलते हैं।
5. रिवाइवल (Revival) सिस्टम
जैसे ही आपकी टीम पॉइंट लेती है, आपका एक आउट खिलाड़ी वापस खेल में आ सकता है।
6. सुपर टैकल
अगर तीन या उससे कम डिफेंडर रेडर को आउट करते हैं तो उन्हें 2 पॉइंट मिलते हैं।
7. सुपर रेड
अगर रेडर एक ही रेड में 3 या ज्यादा पॉइंट ले आए, तो उसे सुपर रेड कहते हैं।
कबड्डी कोर्ट का आकार और डाइमेंशन
भाग पुरुषों के लिए महिलाओं के लिए
कोर्ट की लंबाई 13 मीटर 12 मीटर
कोर्ट की चौड़ाई 10 मीटर 8 मीटर
सेंट्रल लाइन मैदान को दो बराबर हिस्सों में बांटती है वही
बोनस लाइन (Bonus Line) डिफेंस लाइन से 1 मीटर आगे वही
फाउल और गलतियाँ
कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिनसे खिलाड़ी को दंड या पॉइंट कट सकता है:
रेडर अगर “कबड्डी-कबड्डी” बोलना बंद कर दे।
मैदान की सीमा (boundary) के बाहर चला जाए।
जानबूझकर चोट पहुंचाए या गाली-गलौज करे।
इनसे ना सिर्फ पॉइंट कटते हैं, बल्कि टीम की छवि भी खराब होती है।
मैच का समय और विनर कौन?
प्रो कबड्डी जैसे टूर्नामेंट में मैच दो हिस्सों में होता है | 20-20 मिनट के।
बीच में 5 मिनट का ब्रेक होता है।
जो टीम ज्यादा पॉइंट लेती है वो मैच जीतती है।
अगर दोनों के पॉइंट बराबर हो जाएं तो मैच ड्रॉ होता है।
कबड्डी में तकनीक और दिमाग
कबड्डी सिर्फ ताकत का नहीं, दिमाग का भी खेल है। रेडर को ये ध्यान रखना पड़ता है कि कब वापस आना है, और डिफेंडर को कब सही समय पर रेडर को पकड़ना है। बहुत बार टीमों की जीत सिर्फ सही रणनीति पर टिकी होती है।
कुछ खास नियम प्रो कबड्डी में
हर टीम के पास Time-Out लेने का अधिकार होता है।
टीवी रेफरी (Third Umpire) से फैसले बदल सकते हैं।
कुछ नियम इंटरनेशनल लेवल पर थोड़े अलग भी हो सकते हैं।

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(Conclusion)कबड्डी गेम के नियम || पूरी जानकारी आसान भाषा में
कबड्डी वो खेल है जिसमें मिट्टी की खुशबू, खेल की सादगी और देश की असली ताकत झलकती है। इसके नियम जितने आसान लगते हैं, मैदान पर उतने ही चुनौती भरे होते हैं। लेकिन अगर कोई खिलाड़ी इन नियमों को पूरी तरह समझ ले, तो वो खेल में बहुत आगे जा सकता है।
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और हाँ, अगली बार जब भी कोई कबड्डी देखे – तो इन नियमों को ध्यान से देखना, मज़ा और भी ज्यादा आएगा।
जय भारत, जय कबड्डी!
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