Hello friends, जैसा की आप सभी जानते हैं हॉकी, एक ऐसा खेल जिसने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। एक समय था जब भारत की हॉकी टीम ओलंपिक में लगातार गोल्ड मेडल जीतती थी और दुनिया में अपनी बादशाहत कायम रखती थी। अगर आप हॉकी के बारे में सही जानकारी और इसके नियम जानना चाहते हैं,हॉकी के नियम | आसान भाषा में पूरी जानकारी | तो यह आर्टिकल आपके लिए है। यहां हम आपको Hockey ke Niyam आसान भाषा में बताएंगे, ताकि खेलते या देखते समय आप खेल को पूरी तरह समझ सकें।

1. हॉकी का मैदान और उपकरण (Hockey Ground & Equipment)
हॉकी खेलने के लिए एक खास आकार का मैदान और जरूरी उपकरण होते हैं:
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- मैदान का आकार (Hockey Ground Size) : लंबाई 91.4 मीटर और चौड़ाई 55 मीटर।
- गोल पोस्ट का आकार : चौड़ाई 3.66 मीटर, ऊंचाई 2.14 मीटर।
- सतह (Surface) : आजकल ज्यादातर मैच सिंथेटिक टर्फ पर खेले जाते हैं।
- स्टिक (Hockey Stick) : लकड़ी या फाइबर से बनी, सिर्फ एक साइड से गेंद को हिट कर सकती है।
- गेंद (Hockey Ball) : सख्त प्लास्टिक या फाइबर की, सफेद या रंगीन हो सकती है।
- सुरक्षा उपकरण : शिन गार्ड, माउथ गार्ड, गोलकीपर के लिए हेलमेट, पैड, ग्लव्स।
2. टीम और खिलाड़ियों की पोजिशन (Hockey Team & Positions)
- कुल खिलाड़ी : 11 (10 फील्ड प्लेयर + 1 गोलकीपर)।
- सब्स्टीट्यूट : 5 खिलाड़ी बेंच पर रहते हैं, जिन्हें मैच में कभी भी बदला जा सकता है।
- पोजिशन –
- फॉरवर्ड (Forward) : गोल करने का काम।
- मिडफील्डर (Midfielder) : अटैक और डिफेंस के बीच संतुलन।
- डिफेंडर (Defender) : गोल रोकने की जिम्मेदारी।
- गोलकीपर (Goalkeeper) : गोलपोस्ट की रक्षा।
3. मैच का समय और ब्रेक (Hockey Match Timing)
- 4 क्वार्टर : हर क्वार्टर 15 मिनट का।
- क्वार्टर ब्रेक : 2 मिनट।
- हाफटाइम : 10 मिनट का ब्रेक (दूसरे और तीसरे क्वार्टर के बीच)।
- अगर स्कोर बराबर हो और रिजल्ट चाहिए, तो पेनल्टी शूटआउट होता है।
4. खेल की शुरुआत और गोल करने का तरीका (How to Score in Hockey)
- मैच सेंटर लाइन से शुरू होता है।
- गोल तभी गिना जाएगा जब गेंद शूटिंग सर्कल (गोल पोस्ट के सामने अर्धवृत्त) के अंदर से मारी गई हो।
- गेंद को गोलपोस्ट के बीच और क्रॉसबार के नीचे से गुजरना जरूरी है।
5. हॉकी में फाउल (Hockey Fouls)
फाउल के उदाहरण:
- स्टिक के उल्टे हिस्से से गेंद मारना।
- गेंद को पैर या शरीर से रोकना (गोलकीपर को छोड़कर)।
- स्टिक या शरीर से विरोधी को रोकना/धक्का देना।
- ऊंची गेंद मारना जो खतरनाक हो सकती है।
- विरोधी की स्टिक पकड़ना या बाधा डालना।
6. पेनल्टी के प्रकार (Types of Hockey Penalty)
- फ्री हिट (Free Hit) – छोटे फाउल पर दी जाती है।
- पेनल्टी कॉर्नर (Penalty Corner) – जब डिफेंस टीम अपने सर्कल में फाउल करती है।
- पेनल्टी स्ट्रोक (Penalty Stroke) – जब गोल रोकने में गंभीर फाउल किया जाए।
7. पेनल्टी कॉर्नर का नियम (Penalty Corner Rules)
- गेंद साइड लाइन से डाली जाती है, गोल से 10 मीटर दूर।
- स्ट्राइकर को गेंद सर्कल के बाहर से मिलती है।
- गेंद को पहले एक खिलाड़ी रोकता है, फिर शॉट लिया जाता है।
8. पेनल्टी स्ट्रोक का नियम (Penalty Stroke Rules)
- स्ट्रोक प्वाइंट (6.4 मीटर) से सीधा गोल पर शॉट।
- सिर्फ स्ट्राइकर और गोलकीपर मौजूद रहते हैं।
- एक ही स्ट्रोक में गेंद मारनी होती है।
9. ऑफसाइड नियम हटना (Offside Rule in Hockey)
पहले हॉकी में ऑफसाइड नियम था, लेकिन अब इसे हटा दिया गया है। इससे खेल तेज़ और रोमांचक हो गया है।
10. अंपायर और उनके अधिकार (Hockey Umpire Rules)
- हर मैच में 2 अंपायर होते हैं।
- अंपायर का फैसला अंतिम होता है।
- कुछ टूर्नामेंट में वीडियो अंपायर का इस्तेमाल होता है।

11. हॉकी खेलने के टिप्स (Hockey Playing Tips)
- टीमवर्क – पासिंग और कोऑर्डिनेशन पर ध्यान दें।
- पोजिशनिंग – हमेशा सही जगह पर रहें।
- स्टिक ग्रिप – लेफ्ट हैंड ऊपर, राइट हैंड नीचे।
- ड्रिब्लिंग और पासिंग – प्रैक्टिस से स्पीड और कंट्रोल बढ़ाएं।
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12. खेल भावना (Sportsmanship in Hockey)
- विरोधी और अंपायर का सम्मान करें।
- फेयर प्ले को अपनाएं।
- अनुशासन और टीम स्पिरिट को बनाए रखें।
Conclusion : हॉकी के नियम | आसान भाषा में पूरी जानकारी |
हॉकी एक तेज़-तर्रार और रोमांचक खेल है, जिसमें नियमों को जानना और उनका पालन करना जरूरी है। सही मैदान, सही उपकरण और Hockey ke Niyam की जानकारी आपको बेहतर खिलाड़ी बना सकती है। चाहे आप प्रोफेशनल खेलना चाहते हों या शौकिया, हॉकी में टीमवर्क, स्पीड और स्ट्रैटेजी का सही इस्तेमाल जीत की कुंजी है।
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