फुटबॉल के नियम || पूरी जानकारी सरल और सम्मानजनक भाषा में

भूमिका

hello dosto आज मे आप सभी को बताएगए की फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे पूरी दुनिया में बेहद प्रेम और जुनून के साथ खेला और देखा जाता है। बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक उम्र के लोग फुटबॉल को पसंद करते हैं। इसका खेल जितना रोमांचक होता है,फुटबॉल के नियम || पूरी जानकारी सरल और सम्मानजनक भाषा मेंउतने ही जरूरी इसके नियम होते हैं जिन्हें जानना हर खिलाड़ी और दर्शक दोनों के लिए आवश्यक है।

इस लेख में हम फुटबॉल के मुख्य नियमों को एकदम सरल और साफ़ भाषा में समझाएंगे, ताकि हर कोई आसानी से समझ सके कि मैदान पर क्या हो रहा है और खेल कैसे संचालित होता है।

फुटबॉल का मैदान और उसका माप

फुटबॉल का मैदान एक आयताकार आकार में होता है। इसके दोनों किनारों पर गोलपोस्ट होते हैं, और बीच में एक सर्कल बना होता है जहाँ से खेल की शुरुआत होती है।

लंबाई: 100 से 110 मीटर तक

चौड़ाई: 64 से 75 मीटर तक

गोलपोस्ट की चौड़ाई: 7.32 मीटर

गोलपोस्ट की ऊंचाई: 2.44 मीटर

मैदान को आधे में बाँटा गया होता है और सेंटर लाइन के बीच में सेंटर सर्कल होता है। पेनल्टी एरिया और गोलकीपर एरिया भी तय मानकों के अनुसार बनाए जाते हैं।

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खिलाड़ियों की संख्या

एक टीम में कुल 11 खिलाड़ी होते हैं।

इनमें से एक खिलाड़ी गोलकीपर होता है, जो गोल को बचाने का काम करता है।

एक टीम में अधिकतम 7 सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी हो सकते हैं, जिनमें से मैच में 5 तक बदले जा सकते हैं।

अगर किसी कारणवश किसी टीम में 7 से कम खिलाड़ी रह जाते हैं, तो वह टीम मैच जारी नहीं रख सकती।

खेल की अवधि

पूरा मैच 90 मिनट का होता है, जिसे दो हिस्सों में बाँटा जाता है:

पहला हाफ: 45 मिनट

दूसरा हाफ: 45 मिनट

दोनों हाफ के बीच में 15 मिनट का ब्रेक दिया जाता है।

अगर मैच किसी टूर्नामेंट या नॉकआउट राउंड का हो और बराबरी पर खत्म हो जाए, तो फिर एक्स्ट्रा टाइम (अतिरिक्त समय) और ज़रूरत पड़ी तो पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया जाता है।

खेल की शुरुआत और पुनः आरंभ

खेल की शुरुआत सेंटर सर्कल से होती है, जहाँ से एक टीम गेंद को पास करती है।

हर गोल के बाद भी खेल यहीं से फिर शुरू किया जाता है।

यदि गेंद मैदान से बाहर चली जाए, तो वह थ्रो-इन, कॉर्नर किक, या गोल किक के ज़रिए दोबारा खेल में लाई जाती है।

फाउल और अनुशासन

फुटबॉल में कुछ क्रियाएं नियमों के खिलाफ मानी जाती हैं जिन्हें फाउल कहा जाता है। कुछ प्रमुख फाउल निम्नलिखित हैं:

विरोधी को धक्का देना या गिराना

जानबूझकर हाथ से गेंद छूना (गोलकीपर को छोड़कर)

पीछे से टैकल करना

अनावश्यक आक्रामकता दिखाना

इन फाउल्स पर रेफरी द्वारा चेतावनी दी जाती है या सजा दी जाती है:

पीला कार्ड: पहली या हल्की गलती पर चेतावनी

लाल कार्ड: गंभीर फाउल या दो पीले कार्ड मिलने पर मैदान से बाहर किया जाना

कार्ड सिस्टम

यदि किसी खिलाड़ी को एक ही मैच में दो पीले कार्ड मिलते हैं तो वह लाल कार्ड में बदल जाता है और खिलाड़ी मैदान से बाहर कर दिया जाता है।

लाल कार्ड सीधा भी दिया जा सकता है अगर फाउल बहुत गंभीर हो।

एक बार लाल कार्ड मिलने के बाद, वह खिलाड़ी उस मैच में दोबारा नहीं खेल सकता और टीम बाकी मैच को 10 खिलाड़ियों के साथ ही पूरा करती है।

गोल कैसे होता है?

जब गेंद पूरी तरह से गोलपोस्ट की लाइन को पार कर जाती है और किसी भी फाउल की स्थिति नहीं होती, तो उसे गोल माना जाता है।

हर गोल के लिए टीम को 1 अंक दिया जाता है।

जो टीम अंत में सबसे अधिक गोल करती है, वही विजेता घोषित होती है।

गोलकीपर की भूमिका

गोलकीपर का मुख्य काम होता है गोलपोस्ट की रक्षा करना। उसे अपने पेनल्टी एरिया के अंदर गेंद को हाथ से छूने की अनुमति होती है। लेकिन वह भी नियमों से बंधा होता है और कोई फाउल करता है तो उस पर भी वही नियम लागू होते हैं।

पेनल्टी और फ्री किक

जब कोई फाउल पेनल्टी एरिया के अंदर होता है, तो पेनल्टी किक दी जाती है।

बाकी फाउल्स पर रेफरी फ्री किक या इंडायरेक्ट फ्री किक देता है।

फ्री किक से गोल सीधे मारा जा सकता है, जबकि इंडायरेक्ट किक में पहले किसी दूसरे खिलाड़ी को गेंद को छूना ज़रूरी होता है।

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ऑफसाइड नियम

ऑफसाइड फुटबॉल का एक जटिल लेकिन जरूरी नियम है। अगर कोई खिलाड़ी उस समय गेंद प्राप्त करता है जब वह विपक्षी टीम के आखिरी डिफेंडर से आगे होता है और गेंद उसके लिए पास की गई होती है, तो उसे ऑफसाइड माना जाता है।

ऑफसाइड होने पर विपक्षी टीम को फ्री किक मिलती है।

सब्स्टिट्यूशन (खिलाड़ियों का बदलाव)

एक टीम मैच के दौरान अधिकतम 5 खिलाड़ी बदल सकती है।

इन बदलावों को तीन अवसरों में किया जाता है, मतलब एक साथ दो या तीन खिलाड़ी भी बदले जा सकते हैं।

यह नियम खिलाड़ियों की थकान और चोट से बचाव के लिए बनाया गया है।

VAR (Video Assistant Referee)

हाल के वर्षों में VAR सिस्टम को शामिल किया गया है जिससे रेफरी को निर्णय लेने में मदद मिलती है। किसी गोल, पेनल्टी या रेड कार्ड के फैसले को दोबारा वीडियो में देखकर तय किया जाता है।

निष्कर्ष फुटबॉल के नियम

फुटबॉल का खेल जितना सरल दिखता है, उतने ही सटीक नियम इसके पीछे काम करते हैं। हर खिलाड़ी और दर्शक को इन नियमों की जानकारी होनी चाहिए ताकि खेल का पूरा आनंद लिया जा सके। ये नियम खेल को अनुशासन, निष्पक्षता और रोमांच से भरपूर बनाए रखते हैं।

फुटबॉल सिर्फ एक खेल नहीं है, यह जुनून है, भावना है और टीमवर्क की एक अद्भुत मिसाल है। आशा है कि इस लेख के माध्यम से आपको फुटबॉल के नियमों की पूरी और स्पष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी।

धन्यवाद

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