कबड्डी कैसे खेलते हैं? नियम,पोजीशन और जरूरी तकनीक || जानिए खेल की पूरी जानकारी

सोचिए… मैदान में एक खिलाड़ी अकेले दौड़ता हुआ सामने वाली टीम के सात खिलाड़ियों के बीच घुसता है, कबड्डी कैसे खेलते हैं? नियम,पोजीशन और जरूरी तकनीक || जानिए खेल की पूरी जानकारी और वो भी बिना साँस लिए! और फिर एक-एक को छूकर वापस अपने पाले में लौट आता है। जी हां, ये है भारत का देसी और दमदार खेल – कबड्डी

आज हम आपको बिल्कुल आसान और दोस्ताना भाषा में समझाने वाले हैं कि कबड्डी खेलते कैसे हैं, इसके क्या नियम हैं, खिलाड़ी किस-किस पोजीशन पर खेलते हैं, कौन-कौन सी तकनीक सबसे जरूरी होती हैं और आखिर में 10 मजेदार फैक्ट्स भी मिलेंगे जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे।

तो चलो भाई, बिना देर किए शुरू करते हैं।

कबड्डी क्या है? (एक छोटा सा परिचय)

कबड्डी एक ऐसा खेल है जो ताकत, फुर्ती, दिमाग और सांस की ताकत – सबका असली टेस्ट लेता है। इसमें दो टीमें होती हैं और हर टीम में 7 खिलाड़ी मैदान पर होते हैं। खेल का मकसद होता है – सामने वाली टीम के खिलाड़ियों को छूकर, उन्हें आउट करके, खुद सुरक्षित अपने पाले में लौट आना।

कबड्डी के बेसिक नियम (Rules of Kabaddi)

चलो पहले खेल के मूल नियम समझते हैं, ताकि आधार क्लियर हो जाए।

1. टीमें और खिलाड़ी

  • हर टीम में कुल 12 खिलाड़ी होते हैं, जिनमें से 7 मैदान पर होते हैं और 5 सब्स्टीट्यूट होते हैं।
  • मैच 2 हाफ में खेला जाता है, हर हाफ 20 मिनट का होता है (प्रो-कबड्डी में 2×20 mins)।

2. रेडर और डिफेंडर

  • एक टीम से एक खिलाड़ी रेड करने आता है यानी सामने वाली टीम के पाले में घुसता है।
  • बाकी टीम डिफेंडर होती है – यानी उसे रोकने की कोशिश करती है।

3. सांस रोकनी होती है

  • रेडर को “कबड्डी-कबड्डी” बोलते हुए रेड करनी होती है। मतलब उसे बिना साँस लिए रेड करनी होती है।
  • अगर साँस टूट गई और वो पकड़ा गया – तो आउट!

4. छू कर भागो

  • रेडर अगर किसी डिफेंडर को छू ले और फिर अपने पाले में सुरक्षित लौट आए – तो छुआ गया खिलाड़ी आउट हो जाता है।

5. कैच कर लो तो आउट

  • डिफेंडर अगर रेडर को पकड़ लें और उसे उसके पाले में लौटने न दें – तो रेडर आउट हो जाता है।

6. अंक कैसे मिलते हैं?

  • हर आउट पर एक अंक मिलता है।
  • अगर रेडर 2-3 खिलाड़ियों को छू ले, तो 2-3 अंक मिलेंगे।

7. ऑल आउट क्या होता है?

  • जब एक टीम के सारे खिलाड़ी आउट हो जाएं, तो दूसरी टीम को 2 बोनस अंक मिलते हैं।
  • फिर सभी खिलाड़ी वापस मैदान पर आ जाते हैं।

कबड्डी की पोजिशन , कौन कहाँ खेलता है?

हर खिलाड़ी का रोल फिक्स होता है, जैसे क्रिकेट में बैट्समैन, बॉलर होते हैं, वैसे ही कबड्डी में भी पोजिशन होते हैं।

1. रेडर (Raider)

जो रेड करने जाता है। उसे तेजी, दिमाग और संतुलन तीनों का मास्टर होना चाहिए।

2. डिफेंडर (Defender)

ये लोग रेडर को पकड़ने का काम करते हैं। इनकी ताकत और पकड़ जबरदस्त होती है।

3. कॉर्नर डिफेंडर (Left & Right Corner)

ये दोनों साइड में खड़े रहते हैं – सबसे खतरनाक और अहम पोजिशन।

4. कवर डिफेंडर (Left & Right Cover)

बीच में खड़े रहते हैं और रेडर को बीच में फंसाने का काम करते हैं।

5. ऑलराउंडर

जो रेडिंग और डिफेंस – दोनों में माहिर हो। ये टीम के लिए एक्स-फैक्टर होता है।

कबड्डी खेलने की जरूरी तकनीकें (Techniques)

अगर आप खुद कबड्डी सीखना या खेलना चाहते हो तो ये स्किल्स बहुत जरूरी हैं:

1. टू-लेग्ड चेन टैकल

दो डिफेंडर मिलकर रेडर को उसके दोनों पैरों से पकड़ते हैं – बहुत पॉपुलर मूव है।

2. डबकी

रेडर अचानक नीचे झुककर बच निकलता है – ये खास तकनीक परदीप नरवाल का सिग्नेचर है।

3. हैंड टच

रेडर दूर खड़े डिफेंडर को हाथ से छूकर फुर्ती से वापस भागता है।

4. किक

पैर से सामने वाले को छूना – ये एक चालाक और तेज़ मूव होती है।

5. चेन सिस्टम

डिफेंडर एक-दूसरे से हाथ मिलाकर रेडर को घेरते हैं – ये टीम वर्क का कमाल होता है।

कबड्डी खेलने के फायदे , सिर्फ खेल नहीं, फिटनेस गुरू भी

  • शरीर मजबूत होता है
  • फुर्ती और बैलेंस बेहतर होता है
  • टीम वर्क और रणनीति की समझ बढ़ती है
  • साँस की ताकत बढ़ती है
  • धैर्य और एकाग्रता में सुधार होता है

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कबड्डी से जुड़े 10 रोचक फैक्ट्स (Kabaddi Facts)

  1. कबड्डी भारत में 4000 साल पुराना खेल है – इसका ज़िक्र महाभारत और बौद्ध ग्रंथों में भी है।
  2. भारत ने अब तक सबसे ज्यादा कबड्डी वर्ल्ड कप जीते हैं – पुरुषों और महिलाओं दोनों ने।
  3. प्रो कबड्डी लीग ने कबड्डी को ग्लैमरस बना दिया – अब करोड़ों की बोली लगती है।
  4. कबड्डी को 1990 में एशियन गेम्स में शामिल किया गया था।
  5. रेडर को एक रेड के दौरान 30 सेकंड में लौटना होता है।
  6. ‘डबकी किंग’ परदीप नरवाल एक रेड में 8 पॉइंट तक ले चुके हैं।
  7. महिलाओं की प्रो कबड्डी लीग भी अब शुरू हो चुकी है।
  8. कबड्डी का इंटरनेशनल नाम है ‘Contact Tag Sport’।
  9. भारत ने पहला वर्ल्ड कबड्डी कप 2004 में जीता था।
  10. कबड्डी अब ओलंपिक में शामिल होने की कोशिश में है।

conclusion:कबड्डी कैसे खेलते हैं? नियम,पोजीशन और जरूरी तकनीक , जानिए खेल की पूरी जानकारी

अब जब आपने इतना डिटेल में पढ़ लिया है तो आप खुद भी कह सकते हो कि “अब मुझे कबड्डी अच्छे से समझ आ गई है।” यह सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भारत की मिट्टी से निकली वो ताकत है जो दुनिया को दिखा रही है कि देसी भी ग्लोबल हो सकता है।

अगर आप स्कूल या कॉलेज में हो, या अपने बच्चों को कोई खेल सिखाना चाहते हो – तो कबड्डी ज़रूर चुनें। और हां, अगली बार जब टीवी पर प्रो कबड्डी आ रही हो – तो एक्सपर्ट की तरह मजा लेना।

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