नमस्कार दोस्तों , जैसा की आप जानते है कि भारत मे कबड्डी बहुत ही फेमस है कबड्डी भारत का वह खेल है, जिसकी जड़ें गाँव की मिट्टी में गहराई तक समाई हुई हैं। समय बदला, खेल के तौर-तरीके बदले, लेकिन खिलाड़ियों का जुनून आज भी वैसा ही है जैसा सालों पहले था। अगर आज के दौर में किसी एक खिलाड़ी को भारत का सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी कहा जाए, तो वह नाम है अजय ठाकुर। उनकी कड़ी मेहनत, बेमिसाल रणनीति और बेहतरीन नेतृत्व क्षमता ने न सिर्फ उनके करियर को ऊँचाइयों तक पहुँचाया, बल्कि भारतीय कबड्डी को भी पूरी दुनिया में गौरव दिलाया।
भारत का सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी: पसीने, मेहनत और जज़्बे की मिसाल?

1.बचपन से जुनून तक का सफर:
अजय ठाकुर का जन्म हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ में हुआ। उनके पिता भी कबड्डी के खिलाड़ी थे, जिनसे उन्होंने खेल की शुरुआती बारीकियां सीखीं। जब अजय छोटे थे, तो अक्सर अपने पिता के साथ गाँव के मैदान में घंटों अभ्यास किया करते थे। वहीं से उनके मन में यह सपना पनपा कि एक दिन वे भारत का नाम रोशन करेंगे।
अजय की कद-काठी लंबी है, जिससे उन्हें रेड में खासा फायदा मिलता है। लेकिन महज़ ऊँचाई से कोई बड़ा खिलाड़ी नहीं बनता। इसके लिए अनुशासन, धैर्य और कठिन परिश्रम की ज़रूरत होती है, जो अजय ठाकुर के व्यक्तित्व में कूट-कूट कर भरे हुए हैं।
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2.शुरुआती करियर और चुनौतियाँ:
किसी भी खेल में शुरुआत आसान नहीं होती। अजय भी अपने करियर के शुरुआती दिनों में कई मुश्किलों से गुज़रे। जब वे राष्ट्रीय स्तर पर खेलने आए, तो उनका सामना देशभर के दमदार खिलाड़ियों से हुआ। कई बार हार मिली, आलोचनाएँ झेलनी पड़ीं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
सन 2007 में अजय ने पहली बार भारतीय कबड्डी टीम का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद उन्होंने लगातार अपना प्रदर्शन बेहतर किया। वे एक बेहतरीन रेडर के रूप में पहचाने जाने लगे। उनके रेड करने के तरीके, तेज़ी और चालाकी ने विरोधी टीमों के लिए चुनौती खड़ी कर दी।
3.प्रो कबड्डी लीग में चमक:
अजय ठाकुर की असली पहचान प्रो कबड्डी लीग (PKL) से बनी। PKL के शुरुआती सीज़नों में ही उन्होंने अपने खेल से दर्शकों का दिल जीत लिया। वे कई बार अपनी टीम के टॉप स्कोरर रहे। उन्होंने अपनी टीम को कई मैचों में जीत दिलाने में निर्णायक भूमिका निभाई।
अजय की सबसे खास बात उनकी फ्रॉग जंप तकनीक है। यह एक ऐसा अंदाज़ है जिसमें वे सामने खड़े डिफेंडरों को छलांग लगाकर पार कर जाते हैं। उनकी गिनती हमेशा लीग के सर्वश्रेष्ठ रेडरों में होती रही। यही नहीं, वे खिलाड़ियों को मोटिवेट करने में भी बेहद आगे रहते हैं।
4.भारतीय टीम की कप्तानी और स्वर्णिम सफलता:
साल 2017 में अजय ठाकुर को भारतीय कबड्डी टीम का कप्तान बनाया गया। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने एशियन कबड्डी चैंपियनशिप का खिताब जीता। उनके कप्तानी के दौरान टीम का आत्मविश्वास हमेशा ऊँचा रहा। मैदान पर वे सिर्फ एक खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि प्रेरणा के स्रोत बने रहते थे।
कप्तान के रूप में उनका दृष्टिकोण हमेशा साफ रहा—टीम वर्क को सर्वोच्च प्राथमिकता देना। वे हर खिलाड़ी की ताकत को समझते और उसका सही उपयोग करते थे। यही कारण था कि भारतीय टीम ने उनकी कप्तानी में कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट अपने नाम किए।
5.खेल भावना और विनम्रता:
आज भी अजय ठाकुर अपनी उपलब्धियों के बावजूद विनम्र बने हुए हैं। वे अपने गांव के बच्चों को कबड्डी सिखाते हैं और उन्हें बताते हैं कि अनुशासन और ईमानदारी ही किसी भी खिलाड़ी की असली पहचान होती है। उनका मानना है कि मेहनत से बड़ा कोई शॉर्टकट नहीं होता।
उन्होंने कभी किसी खिलाड़ी को छोटा या कमतर नहीं समझा। वे हमेशा साथी खिलाड़ियों की हौसलाफ़जाई करते हैं। यही खेल भावना उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाती है। उनकी यही विनम्रता और जमीन से जुड़ा स्वभाव लोगों को बेहद पसंद आता है।
6.अजय ठाकुर की प्रेरणा देने वाली बातें:
कई युवा कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि अगर आपके पास आत्मविश्वास है, तो किसी भी कठिनाई को हराया जा सकता है। उनका कहना है—

7. “खेल के मैदान में कोई छोटा-बड़ा नहीं होता। जो दिल से मेहनत करता है, वही असली चैंपियन होता है।”
उनके यह शब्द हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने की शक्ति देते हैं। अजय का पूरा सफर यह बताता है कि सच्ची लगन और समर्पण से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
8.भारत के सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी होने की वजह:
किसी को सर्वश्रेष्ठ कहने के लिए उसके आँकड़े, उपलब्धियां, खेल भावना और समाज पर प्रभाव को देखना पड़ता है। अजय ठाकुर ने ये चारों कसौटियाँ पार कर ली हैं। उन्होंने भारतीय कबड्डी में नई ऊर्जा भरी। प्रो कबड्डी लीग में शानदार प्रदर्शन किया। एशियन गेम्स और विश्व स्तर पर टीम को नेतृत्व दिया। और सबसे बढ़कर—उन्होंने अपने खेल से देश के हर कबड्डी प्रेमी का दिल जीता।
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निष्कर्ष:भारत का सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी?
भारत में कबड्डी हमेशा से सम्मानित खेल रहा है। लेकिन अजय ठाकुर जैसे खिलाड़ियों ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया। उनका जीवन हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो सपने देखता है और उन्हें हकीकत में बदलने का जज़्बा रखता है।
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